MOONLIGHT

likeshubham

कहती है नजरे.. 
खुशबु जो तू है,
महक मै जाऊ .
नजदीक तू है ,
दूरियाँ कैसे मिटाऊ.


कहती है नजरे ..
उतरजा उन ख्वाबों से, 
पलके मै बिछउ.
ठहरजा तू कही ,
देखते ही मै जाऊ.


कहती है नजरे..
ख्वाब है तू उतरजा आसमानो से ,
आँखों में भरते मै जाऊ.
मिलजा जमीं में तू कही,
ख्वाबो में तेरे सिमट न जाऊ.


कहती है नजरे ये तेरी..


"moonlight" @likeshubham 

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